CPU IN COMPUTER FULLY EXPLAINED IN HINDI /कंप्यूटर CPU को विस्तार से जानिये हिंन्दी में।


CPU क्या होता है ?


CPU का पुरा नाम सैंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है, इसे प्रोसेसर अथवा माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है इसका 

प्रमुख कार्य कंप्यूटर को यूजर द्वारा दिये जाने वाले निर्देर्शो का विश्लेषण करना एवं विश्लेषण करके उन्हें परिणामों 

में बदलने का कार्य रहता है





प्रोसेसिंग क्या होती है?

CPUऔर उसकी कार्यपद्धति को समझने के लिए हमें प्रोसेसिंग क्या होती है ये 


समझना भी जरूरी है, परिभाषा के अनुसार हमें पता है कि CPU के द्वारा INPUT को 


OUTPUT में बदलने की क्रिया को ही प्रोसेसिंग कहा जाता है

       आइये अब हम इसे उदाहरण के द्वारा भी समझ लेते हैं।




उपरोक्त EXAMPLE के द्वारा हमने समझा कि किस तरह से जब रूई को प्रोसेस किया जाता है तो कपड़ा बनता 

है, गन्ने को प्रोसेस किया जाता है तो गन्ने का ज्युस बनता है इसी तरह से जब कंप्यूटर  यूजर के द्वारा दिये गये 

INPUT  निर्देर्शो  ( INSTRUCTIONS) को प्रोसेस करता है तो OUTPUT बनता है

तो इससे हम आसानी से समझ सकते हैं कि ये सारी प्रोसेसिंग ही इनपुट को आउटपुट  में बदलने की है। 

सीपीयू को कंप्यूटर का ब्रेन अर्थात मस्तिष्क भी कहा जाता है क्युंकि जिस प्रकार हमारे शरीर में यदि ब्रेन नहीं होगा 

तो हमें कोई कुछ भी निर्देश देगा तो हम उसे प्रोसेस नहीं कर पायेंगें ,ठीक उसी प्रकार यदि कंप्यूटर में CPU नहीं 

होगा तो वो किसी भी निर्देश  को प्रोसेस नहीं कर पायेगा। जिस तरह बिना ब्रेन का व्यक्ति मृत माना जाता है उसी 

तरह बिना CPU का कंप्यूटर भी  एक मृत डिवाईस के समान है।




CPU और कैबिनेट में क्या अंतर है?




हम में से कई लोग सीपीयू के कैबिनेट को ही सीपीयू समझ लेते हैं जबकि कैबिनेट तो केवल सीपीयू का बाहरी 
 
आवरण मात्र है जो उसे भौतिक रूप से सुरक्षा प्रदान करता है

सीपीयू और कैबिनेट के मध्य अंतर को इस चित्र के माध्यम से समझिये





BLOCK  DIAGRAM  OF  CPU





PARTS OF CPU


हमारे कंप्यूटर का सीपीयू निम्नलिखित भागों से मिलकर बना होता है


   • Control  Unit


  •Arithmetic  Logic  Unit


  •Registers  / Memory  unit


  •Buses


Cpu के इन सभी भागो के बारे में हम बारी बारी से पढ़ेगें



ARITHMATIC  LOGIC  UNIT  IN CPU

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है ALU  कंप्यूटर के CPU में  सभी 

ARITHMATIC  और LOGICAL FUNCTIONS को करने का कार्य करता 

या साधारण शब्दो में यदि कहें तो गणित संबधी सभी कार्य जैसे कि addition , mutiplication , subtraction, 

division  तथा तर्क संबधी सभी कार्य ALU के द्वारा किये जाते हैं।


ALU  CPU  की सबसे जटिल और महत्वपुर्ण ईकाई होती है जिसके पास दो ही कार्य होते है 1 गणित और तर्क

 संबधी कार्य करना 2 परिणाम देना


इसे कंप्यूटर की CORE भी कहा जाता है किसी भी कंप्यूटर की प्रोसेसिंग स्पीड उसमे कोर यानि की प्रोसेसर की 

संख्या पर निर्भर करती है

ALU के द्वारा किये जाने वाले सभी अर्थमैटिक तथा लाॅजिकल 

फंकशन्स नीचे टेबल में दिखाये गये हैं।




MEMORY  UNIT  IN  CPU

इसे REGISTER MEMORY भी कहा जाता हंे

यह मैमोरी बहुत ही छोटे आकार की होती है अर्थात इसकी स्टोरेज क्षमता काफी कम होती है पर यह बहुत ही 

फास्ट होती है जिससे CPU  तेज गति से प्रोसेसिंग करता है, किसी कंप्यूटर की रजिस्टर मैमोरी जितनी ज्यादा होगी

 उतनी ही उसकी प्रोसेसिंग स्पीड भी अच्छी होगी।

यह मैमोरी कंप्यूटर के सीपीयू में रहती है

इनकी स्टोरेज क्षमता क्रमशः 8, 16, 32, 64 BIT  होती है

यह मैमोरी सीपीयू में प्रोसेस हो रहे डेटा तथा निर्देशों को स्टोर करके रखती है




TYPES  OF  REGISTERS  IN  CPU


हमारे कंप्यूटर के सीपीयू में रजिस्टर मैमोरी निम्न प्रकार की होती है


MEMORY  ADDRESS  REGISTER


MEMORY  BUFFER  REGISTER

PROGRAM  COUNTER  REGISTER


ACCUMULATOR  REGISTER


INSTRUCTION REGISTER

INPUT/OUTPUT REGISTER




MEMORY ADDRESS REGISTER

मैमोरी एड्रेस रजिस्टर एक सीपीयू रजिस्टर होता है इसमे उन मैमोरी लोकेशन का एड्रेस या पता होता है जहाँ से सीपीयू को डेटा प्राप्त करना है या फिर जहाँ पर सीपीयू को डेटा भेजना है, ये सारी जानकारी इस सीपीयू रजिस्टर में स्टोर रहती हंे

MEMORY  BUFFER  REGISTER

इसे मैमोरी डेटा रजिस्टर भी कहते हैं,MAR में पडे़ मैमोरी एड्रेस की एक COPY इसके पास स्टोर रहती है जिससे किसी डेटा को रीड या राइट करते समय उपयोग किया जा सके।

PROGRAM  COUNTER

यह रजिस्टर मैमोरी execute  होने वाले programs के एड्रेस को count करता है
जब प्रोसेसर के द्वारा किसी प्रोसेस को execute किया जा रहा होता है तब यह अगले आने वाले जो भी प्रोसेस है उनके एड्रेस को COUNT  एवं  TRACK करके रखता है

INSTURCTION  REGISTER

प्रोसेसर द्वारा किसी एक निधारित समय में केवल एक ही instruction (निर्देश) को एक्जिक्यूट किया जाता है
यह रजिस्टर  current instruction  को hold  कर के रखता है जिसका अभी execution हो रहा है 

ACCUMLATOR  REGISTER  

यह रजिस्टर  प्रोसेस हो रहे डेटा एवं उसके परिणामों को स्टोर करके रखता है
ALU  मे चल रही फाईनल प्रोसेसिंग एवं उससे प्राप्त परिणामों को स्टोर करने के लिए यह रजिस्टर काम आता है

INPUT /OUTPUT REGISTER

यह रजिस्टर विभिन्न इनपुट आउटपुट डिवाईस से डेटा प्राप्त करने एवं उनमें डेटा भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है।



BLOCK DIAGRAM OF REGISTER MEMORY





CONTROL  UNIT  IN  CPU

जैसा इसका नाम वैसा इसका काम।


कंट्रोल युनिट कंप्यूटर के प्रत्येक कंपोनेंट को नियंत्रित करता है तथा यह हमारे सीपीयू का एक अभिन्न अंग है  


यह सीपीयू में होने वाले इनपुट तथा आउटपुट क्रियाओं को नियंत्रित करता है साथ ही ALU एवं MAIN MEMORY के

 बीच  होने वाले डेटा के आदान प्रदान को भी निर्देशित करता है 


यह इस बात को तय करता है कि कोई भी प्रोग्राम किस प्रकार से रन होगा  जैसे कि कोई भी डेटा MAIN

 MEMROY ls ALU में प्रोसेस होने के लिए कब भेजना है , ALU से प्राप्त परिणामों को कब व कहां भेजना है यह सब 

निर्धारण CU के द्वारा किया जाता है


EXAMPLE

                साधारण शब्दों में कहंे तो मान लिजिए CPU यदि कोई स्कुल है जहाॅं के गणित के मास्टर यदि ALU है ,

 स्टोर इंचार्ज यदि REGISTER  MEMORY है तो प्रिंसिपल का रोल CONTROL UNIT के पास रहेगा जो इन सभी के 

क्रियाकलापों एवं कार्यो की एक अच्छे मैनेजर की भांति माॅनिटरिंग करते रहेंगे।

  चंुकि CU, CPUमें होने वाले समस्त कार्यो को निंयत्रित करने का कार्य करता है अतः इसे CPU का मैनेजर भी कहते है


CPU  BUSES

    दैनिक जीवन में हमे अक्सर या हर रोज एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करनी पड़ती है तो उसके लिए हमें यात्री बस की आवश्यकता रहती है ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर के CPU से भी अलग अलग हार्डवेयर कंपोनेंट आपस में इन BUSES की सहायता से जुड़े रहते हैं, ये सभी BUS अलग कार्य करती है जैसे कोई बस डेटा लेकर जा रही है तो कोई मैमोरी एड्रेस तो कोई कंट्रोलिंग को लेकर जा रही है, इन्हीं के आधार पर इन BUSES का वर्गीकरण भी किया गया है
बस सीपीयू के अन्य सभी कंपोनेंट जैसे कि इनपुट , आउटपुट डिवाईस ,मैमोरी , सीपीयू इत्यादि को जोड़ने का कार्य करती है।


ये BUSES किससे बनी होती है

कंप्यूटर में एक बस फिजिकल कनेक्शन का एक ऐसा समुह होता है जो तार, सर्किट इत्यादि से मिलकर बना होता है।


ये बसेस दिखती कैसी है




कार्य पद्धति के आधार पर बस निम्न प्रकार की होती है

एड्रेस बस


डेटा बस


कंट्रोल बस


इन तीनों प्रकार की बस के बारे में हम बारी बारी से बात करेंगें।

    

ADDRESS BUS

वह बस जिसके द्वारा मैमोरी लोकेशन के एड्रेस को ट्रासंफर किया जाता है, उसे एड्रेस बस कहते हैं


यह बस एकतरफा/ युनिडायरेक्शनल होती है अर्थात इसमें डैटा का प्रवाह केवल एक ही दिशा में यानि की या तो 

माइक्रोप्रोसेसर से मैमोरी या माइक्रोप्रोसेसर से इनपुट आउटपुट डिवाईस के मध्य होता हंे






DATA  BUS

यह बस केवल डैटा को ही ट्रांसफर कर सकती है लेकिन ये बाईडायरेक्शनल अर्थात दोतरफा होती है यानि कि

 इसमे डेटा दोनो तरफ ट्रांसफर होता है माइक्रोप्रोसेसर से मैमोरी या पैरीफेरल डिवाईस के मध्य और मैमोरी या 

पैरीफेरल डिवाईस से माइक्रोप्रोसेसर के मध्य ।

डेटा बस की चैड़ाई से ये पता चलता है कि बस एक बार में कितने डेटा को लेकर के चल सकती है।




CONTROL BUS

कंट्रोल बस का उपयोग प्रोसेसर के द्वारा  मैमोरी और इनपुट आउटपुट डिवाईस को कंट्रोल सिग्नल्स भेजने के 
लिए किया जाता है , क्युंकि कंट्रोल सिग्नल्स का प्रवाह प्रोसेसर से मैमोरी या इनपुट आउटपुट डिवाईसेज की 
तरफ ही होता है अतः इन्हे युनिडायरेक्शनल बस कहते हैं। 
इसमे कंट्रोल सिग्नल्स को एक पल्स के रूप में भेजा जाता हंे

प्रमुख कंट्रोल सिग्नल्स निम्नलिखित है

मैमोरी रीड

इनपुट / आउटपुट रीड

इनपुट / आउटपुट राईट

आॅपकाॅड फैच




CONCLUSION



 इस लेख में हमने कंप्यूटर के ब्रेन यानि की सीपीयू के बारें मे विस्तार में लेकिन मातृभाषा हिन्दी में सरल एवं सहज 

तरीके से EXAMPLES के माध्यम से आपको CPU की गहराईयो से अवगत कराने की कोशिश करी है, आपके पास 

सीपीयू से जुड़े कोई भी सवाल या कोई सुझाव हो तो आप कमेंट बाॅक्स में कमेंट करके हमें बता सकते है या फिर 

इस मेल आईडी पर भी भेज सकते हैं।


vocationalmanish@gmail.com












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