FEATURES OF MS WORD IN HINDI
IMPORTANT FEATURES & TOOLS OF MS WORD IN HINDI
जब भी हम किसी एप्लिकेशन के फीचर्स की बात करते हैं दरअसल तब हम उस एप्लिकेशन की उन विशेषताओं की बात करते हैं जो उस पर्टिकुलर एप्लिकेशन से संबधित है और इन विशेषताओ के कारण ही उस एप्लिकेशन को जाना जाए वे सभी विशेषताऐं उस एप्लिकेशन का फीचर्स कहलाती है एम एस वर्ड के कुछ प्रमुख फीचर्स कुछ इस प्रकार है।
1. TYPING :-
यदि हमें टाईपिंग का अभ्यास करना हो तो एम एस वर्ड एक अच्छी एप्लिकेशन सिद्ध हो सकती है क्योंकी इसके फाॅट फैमिली ग्रुप में अंग्रेजी और उससे संबधित अन्य कई भाषाओं के फाॅंट उपलब्ध रहते है, और यदि किसी भाषा का फाॅंट उपलब्ध नहीं भी है तो वो फाॅंट को अलग से भी एम एस वर्ड में इंस्टाॅल किया जा सकता है, जैसे हिंदी टाईपिंग के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला फाॅंट कृति देव भी एम एस वर्ड में अलग से इंस्टाॅल किया जाता है। एम एस वर्ड में टाईप करने के साथ हम यह भी देख सकते हैं कि हमने निर्धारित समय में कितने अक्षर , शब्द , पैराग्राफ या लाईन को टाईप किया है।
2. EDITING :-
एम एस वर्ड के इस फीचर के अंतर्गत हम एम एस वर्ड में किसी भी टैक्सट को सर्च कर सकते हैं , एक टैक्सट के स्थान पर किसी दूसरे टैक्सट को लगा सकते हैं, डाॅक्यूमेंट में किसी भी पेज नंबर या लाईन पर जा सकते हैं , एक जैसी फाॅरमेंटिग वाले टैक्स्ट को सलेक्ट कर सकते हैं। टैक्सट और आॅब्जेक्ट दोनो साथ में हो तो आॅब्जेक्ट को अलग से सलेक्ट कर सकते हैं
3. LETTER WRITING
एम एस वर्ड में हम कोई भी कार्यालयी पत्र , निजी पत्र इत्यादि लिख सकते है साथ ही हम एम एस वर्ड हमें ये भी सुविधा देता है कि यदि हम कोई आर्टिकल लिखने जा रहे हैं तो उस आर्टिकल को हम एक पैराग्राफ के रूप में अ़च्छे से अलाइन कर सके , उस में यथास्थान लाईन नंबर डाल सके , और यदि हम न्यू लर्नर्स है और हमें पैराग्राफ पर कार्य कैसे किया जाता है उसे प्रेक्टिकली कर के देखना है तो एम एस वर्ड में बिना कुछ टाईप किये ही एक रेडिमेंड पैराग्राफ ला सके इसके लिए ये सूत्र दिया गया है। =RAND( )
और यदि इस सुत्र में कोई ARGUMENT डाला जाऐ तो हम एक निर्धारित मात्रा मे ंपैराग्राफ डाॅक्यूमेंट में ला सकते हैं जैसे = RAND(5) इस सुत्र के अनुसार एम एस वर्ड में 5 पैराग्राफ वाला डाॅक्यूमेंट हमे रेडिमेड मिल जाऐगा, कहने का तात्पर्य यह है कि आर्गयूमेंट में जितनी संख्या डालेंगे उतने ही पैराग्राफ का डाॅक्यूमेंट हमें मिल जाऐगा।
वैसे एम एस वर्ड 2007 में अगर रैंड का सूत्र लगाते हैं तो बाई डिफॅाल्ट 3 पैरा का एक डाॅक्यूमेंट हमें मिल जाता है और अगर यही सुत्र हम वर्ड 2016 में लगाऐंगे तो बाई डिफाॅल्ट हमें 4 पैरा का एक डाॅक्यूमेंट मिल जाऐगा।
4 MAIL MERGE :-
ये एम एस वर्ड का एक बहुत ही अद्भूत फीचर है इसके द्वारा हम कोई भी एक पर्सनल या प्रोफेशनल लेटर टाईप कर के हम उसे एक साथ बहुत सारे रेसिपियंट के एड्रेस के साथ मर्ज कर सकते हैं ऐसा करने से ना केवल समय की बचत होती है वरन एक साथ कई लोगों को भेजने के लिए हमें लेटर भी एक बार ही टाईप करना होगा , अर्थात कम मेहनत और कम समय में ज्यादा काम ।
5 PRINTING:-
एम एस वर्ड हमें ये सुविधा देता है कि हम अपने द्वारा टाईप किये गऐ लेटर या आर्टिकल को हार्डकाॅपी के रूप में प्रिंट दे सकें।
6 WATERMARK :-
वाटरमार्क एम एस वर्ड का वह फीचर है जिसके द्वारा हम डाॅक्यूमेंट के बैकग्राउंड में एक गोस्टेड टैक्सट या इमेंजेस को डाल सकते हैं , सामान्यतया इसका उपयोग किसी भी फर्म या इंस्टीट्यूट के द्वारा अपने डाॅक्यूमेंट, नाॅट्स इत्यादि पर किया जाता है जिससे डाॅक्यूमेंट लीगली आॅथेंटिक लगे।
9. HEADER & FOOTER
11. FOOT NOTE & END NOTE
एम एस वर्ड में फुट नाॅट एवं एंड नाॅट रेफरेंस मीनू के अंतर्गत आते है , एम एस वर्ड में फुट नाॅट किसी पेज पर दी गई अति महत्वपूर्ण शब्दावली के बारे में उसी पेज के अंत में जानकारी को रेफरेसं के रूप में दिखाता है।
एम एस वर्ड में एंड नाॅट रेफरेंस मीनू के अंतर्गत आते है , एम एस वर्ड में एंड नाॅट किसी पेज पर दी गई अति महत्वपूर्ण शब्दावली के बारे में उस डाॅक्यूमंेट के अंत में जानकारी को रेफरेसं के रूप में दिखाता है।
12. CITATION & BIBILIOGRAPHY
एम एस वर्ड का यह फीचर उन लोगो के लिए बहुत लाभप्रद है जो कोई बुक , पत्र , पत्रिका इत्यादि में लेखन का कार्य करते हैं जब कोई भी चीज लिखी जाती है तो या तो वह लेखक के खुद ही के दिमाग की उपज होती है लेकिन यदि लेखक अपनी कृति में किसी और लेखक या बुक का उद्धरण देना चाहे है तो उसे सिटेशन टूल का उपयोग करना होगा, और एम एस वर्ड डाॅक्यूमेंट में जितने भी साइटेशन लेखक ने लिए है उनकी यदि टैबल अर्थात बिबिलियोग्राफी तैयार करनी हो तो बिबिलियोग्राफी टूल का उपयोग करके डाॅक्यूमेंट में दिये गऐ सभी साइटैशन के साॅर्स का रेफरेंस डाॅक्यूमेंट में दिया जा सकता है। बिबिलियोग्राफी में दिये गऐ रेफरेंस का विस्तृत ब्यौरा मिल जाता है।
13. BOOKMARK :-
डेली लाईफ में जब कभी हमें बुक पढ़तें हुए कुछ काम याद आ जाता है तो हम उस पर्टिकुलर पेज पर कोई पेंसिल , पेन या और कोई वस्तु रख या लगा देते है, इसे ही बुकमार्क कहा जाता हैं लेकिन जब हम यही पढ़नेे का काम कंप्यूटर पर एम एस वर्ड एप्लिकेशन में करे ंतो एम एस वर्ड भी हमें ये सुविधा देता हैं कि हम जिस जगह से पढ़ना छोड़ रहें हैं उस जगह को बुकमार्क कर लेंए बुक मार्क करने से फायदा यह हैं कि डाॅक्यूमेंट में दोबारा उस लोकेशन से जब हमें पढ़ना हो तब वह लोकेशन हमें बुकमार्क की सहायता से आसानी से मिल जाएगीं। यह टूल हमें इंसर्ट मीनू के लिंक्स ब्लाॅक में मिलता है।
14 ENVELOPES
ENVELOPE का हिंदी भाषा में शाब्दिक अर्थ लिफाफा होता हैं जिसका उपयोग हम नोट, लेटर इत्यादि को रखनें में करते है एम एस वर्ड में MAILINGS MENU के अंतर्गत एनवलप टूल दिया होता है जिसके द्वारा युजर को यह सुविधा दी जाती है कि वह अपने डाॅक्यूमेंट या लेटर को कंटेन कर के रखने के लिए अपना लिफाफा ,खुद से डिजाईन कर सके, एनवलप टूल के द्वारा हम एनवलप की डिजाईन तैयार कर सकते हैं जिसमे आगे की और DELIVERY ADDRESS और RETURN ADDRESS लिखा होता हैं , आदर्श रूप में एक एनवलप में RETURN ADDRESS टाॅप लेफ्ट काॅर्नर की तरफ दिखाई देता है और डिलीवरी एड्रेस बाॅटम राईट काॅर्नर की तरफ दिखाई देता है, लेटर को भेजने वाले का एड्रेस रिटर्न एड्रेस कहलाता है, और लैटर को प्राप्त करने वाले का एड्रेस डिलीवरी एड्रैस कहलाता है।
15 LABELS
लेबल्स या जिसे हम आमबोल चाल की भाषा में स्टीकर भी कहते है , एम एस वर्ड यूजर को यह सुविधा देता है कि वह अपने ब्लैंक एनवलप पर अपना या लैटर प्राप्त करने वाले का एड्रैस लैबल के रूप में प्रिंट कर के अलग से चिपका सके लैबल का उपयोग न केवल एनवलप पर कर सकते हैं बल्कि इसका उपयोग हम कोई भी बुक, सीडी , डीवीडी अथवा मैग्जिीन इत्यादि पर भी स्टीकर के रूप में कर सकते है।
16. SPELLING & GRAMMAR CHECK TOOL :-
17. LINE NUMBER TOOL :-
A . NONE :-
B. CONTINUOUS :-
जब हमें डाॅक्यूमेंट में पेज खत्म होने के उपरांत भी लाईन नंबर को उसी क्रम में लगातार दिखाना हो तब हम इस विकल्प का प्रयोग करेंगें।
Comments
Post a Comment