computer network in hindi

नेटवर्क शब्द का अर्थ होता है आपस में जुड़ाव रखना, दूसरे शब्दों में कहें जब दो या दो से अधिक कंप्यूटर या फिर अन्य किसी कंप्यूटर हार्डवेयर को आपस में जोड़ा जाता है, और वे एक दूसरे के साथ डेटा शेयर कर सकते हैं तो इस तकनीक को कंप्यूटर नेटवर्क कहते हैं।

एक अकेला कंप्यूटर सूचनाओं को  प्रतिपादित कर सकता हैए सूचनाओं को स्टोर कर सकता है लेकिन वहीं कंप्यूटर जब नेटवर्क से जुड़ जाऐ तो हम सूचनाओं को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक आसानी से पहुंचा सकते हैं साथ ही उपलब्ध संसाधन जैसे कि प्रिंटर ए स्कैनर ए फॉटौकॉपी मशीन इत्यादि  RESOURCES को भी साझा कर सकते है।


HISTORY OF COMPUTER NETWORK

दुनिया का पहला कंप्यूटर नेटवर्क ARPANET[ADVANCED RESEARCH PROJECT AGENCY NETWORK ] को माना जाता है  यह एक अमरीकी संस्था है जिसकी शुरूआत 1968 में हुई थी।   
इसकी स्थापना के पीछे मूल उद्धेश्य अमरीकी रक्षा विभाग जिसे डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस कहा जाता है इसके कार्मिको के बीच होने वाले गुप्त सूचनाओं के सुरक्षित आदान प्रदान करना था जिससे किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति तक रक्षा से जुड़ी गुप्त जानकारी ना पहुंच पाऐ।
अमेरिकी रक्षा विभाग की सहायता के लिए बनाऐ गऐ  ARPANET  की पॉपुलारिटी तब और बढ़ गई जब  1969  में इसकी सहायता से अमेरिका की नामी 4 बड़ी यूनिवर्सिटीज के कंप्यूटर को आपस में जोड़ दिया गया  
1970 में  TCP/IP का उद्भव हुआ जिसकी सहायता से नेटवर्क के आकार को और भी अधिक एक्सपांड किया जाने योग्य बना लिया गया। 1990 में कंप्यूटर साइंटिस्ट टिम बर्नर्स ली ने WORLD WIDE WEB का एक सिद्धांत दिया जो कंप्यूटर नेटवर्क के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ आज हम इंटरनेट की दूनिया में 2जी , 3जी ,4जी को देख चुके है जिसका श्रेय टिम बर्नर्स ली के इसी सिद्धांत को दिया जाता है।


TYPES OF COMPUTER NETWORK

   1. LOCAL AREA NETWORK
   2. METROPOLITAN AREA NETWORK    
   3. WIDE AREA NETWORK


1. LOCAL AREA NETWORK :- 

                                                                   LAN जिसे लोकल एरिया नेटवर्क कहा जाता है ए यह सबसे छोटे आकार का नेटवर्क है जो एक कमरेए एक घर या एक परिसर की परिधि तक सिमित होता है ए इस प्रकार के नेटवर्क का प्रयोग प्रमुख रूप से डेटा शेयरिंग एवं रिसोर्स अर्थात प्रिंटरए मैमोरी ए स्कैनर इत्यादि को शेयर करने के लिए किया जाता है। 
 

 2. METROPOLITAN AREA NETWORK :-        

                                                             मेन जिसे मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क कहा जाता है ए यह मध्यम आकार का नेटवर्क है जो लोकल एरिया नेटवर्क से बड़ा लेकिन वाईड एरिया नेटवर्क से छोटा होता है ए इस नेटवर्क का आकार एक कस्बे ए एक शहर अथवा एक शहर से उसके पड़ोसी शहर तक फैला हुआ होता है ए यह नेटवर्क आवाज ए डेटा और इमेज को 200 एमबीपीएस की गति से 75 से 100 किमी की दूरी तक ले जा सकता है।              

3. WIDE AREA NETWORK :- 

                                                                   इसका पुरा नाम वाईड एरिया नेटवर्क होता हैए ए यह नेटवर्क एक बिल्डिंग या एक परिसर में नही बल्कि एक देश से दूसरे देश या एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक फैला हुआ होता है ए यह नेटवर्क का सबसे बड़ा प्रकार हैए इस प्रकार के नेटवर्क का सबसे प्रमुख उदाहरण इंटरनेट है जिसे वल्र्ड वाईड वैब भी कहते हैं ए अमूमन इस प्रकार का नेटवर्क बनाने के लिए विश्व की नामचीन कंपनिया समुद्र में केबल्स बिछाने का कार्य करती है ए इन्ही केबल्स के द्वारा एक महाद्वीप से दूसरा महाद्वीप एवं एक देश से दूसरा देश इंटरनेट से जुड़ा हुआ है। 

                             लेन मेन तथा वेन के बीच की तुलना हम इस चित्र से समझ सकते है।


                               





NETWORK TOPOLOGY

किसी भी कंप्यूटर नेटवर्क में कंप्यूटरों का आपस में जुड़ने का ढ़ंग ही नेटवर्क टॉपोलॉजी कहलाता है  
नेटवर्क टॉपोलॉजी निम्न प्रकार की होती है।  
1. BUS TOPOLOGY
2. RING TOPOLOGY
3. STAR TOPOLOGY
4. HYBRID/MESH TOPOLOGY
5. TREE TOPOLOGY


1. BUS TOPOLOGY :- 
                                      यह नेटवर्क टॉपॉलॉजी सबसे साधारण और पारंपरिक प्रकार की होती है इसमें सभी कंप्यूटर सिरियली एक ही केबल से जुड़े हुए होते है इस प्रकार की टॉपॉलॉजी में यदि नेटवर्क में एक भी कंप्यूटर खराब होने पर पुरा नेटवर्क प्रभावित हो जाता है


2. RING TOPOLOGY:- 

                                                    इस प्रकार की टॉपॉलॉजी में प्रथम कंप्यूटर को सबसे आखिरी कंप्यूटर से जोड़                                                  दिया जाता है जिससे कोई एक नोड पर कंप्यूटर खराब होने पर पुरा नेटवर्क उससे प्रभावित नहीं होता है।



3. STAR TOPOLOGY:-

इस प्रकार की टॉपॉलॉजी में सभी कंप्यूटर एक संेट्रल कंप्यूटर से जुड़े रहते है जिसे हब कंप्यूटर कहते हैंए जिसे सर्वर भी कहा जाता है यह जो केन्द्रीकृत हब कंप्यूटर है अन्य सभी कंप्यूटर इससे सर्विस रिक्वेस्ट करते है बदले में हब कंप्यूटर के द्वारा उन्हे रिस्पॉंस दिया जाता है ए जो भी कंप्यूटर हब कंप्यूटर की सेवाऐ लेते है उन्हे क्लाइंट कंप्यूटर कहा जाता है और इस प्रकार के आर्किटैक्चर को क्लाइंट सर्वर आर्किटेक्चर कहा जाता है।
















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